Shri Narayan Pandey, the founder chairman of Abhiyan Theater Group, was born on 9 September 1969 in Gorakhpur district. MA in Economics from Gorakhpur University and B.Ed. Did. Thereafter did B.Lib.Sc from Purvanchal University, Jaunpur. Debut in the field of theater since 1991. In 1992, participated in the 45-day intensive drama training camp organized by the National School of Drama, New Delhi at Gorakhpur. Participated in Intensive Drama Training Camp organized by National School of Drama, New Delhi and Sangeet Natak Akademi, Uttar Pradesh in Lucknow in 1994. Approved by Doordarshan and All India Radio, Mr. Narayan Pandey worked with nationally renowned directors like Mr. Suresh Sharma, Alok Chatterjee, Late Nirmal Pandey, Late Mohan Upreti, Afsar Hussain, Surendra Sharma, Ramchandra Shelke etc. He established Abhiyan Theater Group in Gorakhpur in 2002, which is very popular all over the country today. Today many of his disciples have got admission in NSD, FTII, BNA, MPSD and many of his disciples are earning both money and fame by working in film and television.
अभियान थिएटर ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष श्री नारायण पान्डेय का जन्म 9 सितंबर 1969 को गोरखपुर जिले में हुआ था। गोरखपुर विश्वविद्यालय
से अर्थशास्त्र से एम.ए. और बी.एड. किया। तत्पश्चात पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से बी.लिब.एस.सी.किया। 1991 से थिएटर के क्षेत्र में
पदार्पण। 1992 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली द्वारा गोरखपुर में आयोजित 45 दिवसीय प्रस्तुत पर सघन नाट्य प्रशिक्षण शिविर में
प्रतिभाग किया। 1994 में लखनऊ में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली और संगीत नाटक अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित सघन
नाट्य प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। दूरदर्शन और आकाशवाणी से अप्रूव्ड श्री नारायण पाण्डेय ने राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त निर्देशकों सर्व श्री
सुरेश शर्मा, आलोक चटर्जी, स्वर्गीय निर्मल पांडे, स्वर्गीय मोहन उप्रेती, अफसर हुसैन, सुरेंद्र शर्मा, रामचंद्र शेल्के आदि के साथ कार्य किया।
इन्होंने गोरखपुर में 2002 में अभियान थिएटर ग्रुप की स्थापना की, जो आज पूरे देश में अत्यंत लोकप्रिय है। आज इनके कई शिष्य NSD,
FTII, BNA, MPSD में प्रवेश पा चुके हैं और बहुत सारे शिष्य फिल्म एवं टेलीविजन में काम करते हुए पैसा और शोहरत दोनों कमा रहे हैं।